सेवा में ;
अधिशासी अभियंता
विद्युत वितरण प्रखंड, बलिया।
विषय -बिजली कनेक्शन काटने के उपरांत मृतक व्यक्ति के नाम से बिजली बिल जारी होने के संदर्भ में।
महोदय, स्व. जगदीश मिश्र ने दिनांक 06.04.1973 को दस हार्सपावर का निजी नलकूप कनेक्शन लिया था। तब मीटर अनुपलब्ध रहने और विलंब होने की दशा में कनेक्शन का प्रकार D/C था।
उपभोक्ता जगदीश मिश्र के पुत्रगणों (स्व. ब्रजराज स्व. विजयशंकर स्व. शिवशंकर स्व. दयाशंकर) के द्वारा दिनांक 19.02.1976 को दिए अपने प्रार्थना पत्र के बिंदु तीन से स्पष्ट है कि इस दिनांक तक उपभोक्ता जगदीश मिश्र के जिवित न रहने की दशा में अभिलेखों में संशोधन कर वारिसों के नाम पर कनेक्शन किया गया था। (तत्कालीन आवेदन पत्र की रिसिविंग की छाया प्रति संलग्न है)
इसके बाद 12.04.1990 तक यह कनेक्शन दयाशंकर मिश्र के नाम से था। उसी समय आटाचक्की हटाने और बिजली कनेक्शन काटने का आवेदन दिया गया। जिसके अनुसार तत्कालीन अधिशासी अभियंता द्वारा मौका निरीक्षण करके आटा चक्की हटा दिया गया था और बिजली कनेक्शन काट दिया गया था। विभाग द्वारा बिजली के खंभे, तार इत्यादि हटा लिए गए थे। और समस्त बिल रुपये 800 सौ रुपये था जिसे जमा भी कर दिया गया था। (जिसकी जमा रसीद और निरीक्षण की रिपोर्ट की छाया प्रति संलग्न है)
अधिशासी अभियंता डिवीजन प्रथम महोदय से रिसीविंग भी प्राप्त हो गई थी जिसमें इस बात का उल्लेख है कि - "समस्त कार्यवाही पूरी कर ली गयी है अब कोई भी बकाया राशि शेष नहीं है"।
अब लगभग तीस वर्ष के बाद 19. 09.2020 को अचानक बिजली विभाग, सिकन्दरपुर के कुछ कर्मचारी आए और बकायेदारों की सूची में दयाशंकर मिश्र का नाम दिखाया जिसमें बकाया धनराशि 1035354 (दस लाख पैंतीस हजार तीन सौ चौवन रुपये) है। जिससे प्रार्थी को अपार मानसिक और सामाजिक पीड़ा हुई है।
महोदय इस संबंध में निवेदन है कि जो कनेक्शन 1990 में ही समाप्त हो चुका है, अब न वहाँ कोई बिजली का खंभा है, न तार, यहाँ तक कि ट्यूबवेल भी खण्डहर की हालत में है। ऐसी स्थिति में बिल आना अत्यंत पीड़ा दायक है।
अत: श्री मान से निवेदन है कि इस बकाया धनराशि को निरस्त करते हुए बकायेदारों की सूची से स्व. दयाशंकर मिश्र का नाम हटाने की कृपा करें।
प्रार्थी -
असित कुमार मिश्र
कृते- स्व. दयाशंकर मिश्र
ग्राम - मिश्रचक
पत्रालय - सिकन्दरपुर
जनपद-बलिया (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल - 7897176716
Tuesday, September 22, 2020
आवेदन पत्र दो
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क्या हुआ अब लगभग 5महीने बाद
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